Ssc Cgl Vacancy Vs Ssc Mts Vacancy Comparison 2025

क्या आप SSC की तैयारी कर रहे हैं लेकिन CGL और MTS के बीच कंफ्यूज हैं? क्या वैकेंसी, सैलरी या परीक्षा का लेवल समझ नहीं आ रहा? आप अकेले नहीं! हर साल लाखों छात्र इस दुविधा में फंसे रहते हैं। इस ब्लॉग में, हम SSC CGL और SSC MTS की वैकेंसी, सिलेबस, सैलरी और भविष्य की तुलना सरल हिंदी में करेंगे।

जानिए कौन सी परीक्षा आपके लिए परफेक्ट है:

  • MTS में केवल 10वीं पास करने वालों के लिए नौकरी का मौका, जबकि CGL ग्रेजुएट्स के लिए ऊँचे पद देती है।
  • CGL की सैलरी MTS से 3 गुना ज़्यादा! लेकिन परीक्षा भी उतनी ही टफ है।
  • 2025 में MTS की वैकेंसी CGL से ज़्यादा होने की उम्मीद, पर पदों की क्वालिटी में ज़मीन-आसमान का अंतर!

अगले 5 मिनट में आपको पता चल जाएगा कि किस परीक्षा पर फोकस करना आपके लिए बेहतर रहेगा। चलिए, शुरू करते हैं!


SSC CGL और SSC MTS वैकेंसी कम्पेरिजन: दोनों में क्या अंतर है?

SSC CGL (कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल) और SSC MTS (मल्टी टास्किंग स्टाफ) दोनों ही सरकारी नौकरियाँ हैं, लेकिन इनमें जमीन-आसमान का फर्क है। आसान भाषा में समझें:

  • पदों का स्तर:
    • SSC CGL: ऑफिसर लेवल की पोस्ट (जैसे इनकम टैक्स ऑफिसर, ऑडिटर)।
    • SSC MTS: चपरासी, डाटा एंट्री जैसे जूनियर लेवल के पद।
  • योग्यता:
    • MTS: सिर्फ 10वीं पास (उम्र 18-25 साल)।
    • CGL: ग्रेजुएशन ज़रूरी (उम्र 18-32 साल)।
  • वैकेंसी संख्या:परीक्षा2024 वैकेंसी2025 (अनुमान)SSC MTS12,000+8,000-11,000SSC CGL7,5006,000-9,000

MTS में जगहें ज़्यादा निकलती हैं, लेकिन CGL के पदों का मान-सम्मान और सैलरी बहुत ऊँचा होता है। अगर आप ग्रेजुएट हैं तो CGL पर फोकस करना ही समझदारी है।


अहम पॉइंट्स: 3 मुख्य अंतर जो आपकी जिंदगी बदल देंगे

1. सैलरी और भविष्य: कौन सी जॉब देती है बेहतर पैसा?

SSC CGL की सैलरी शुरुआत में ही ₹35,000-₹45,000 प्रति महीना होती है। जबकि MTS को ₹18,000-₹22,000 ही मिलते हैं।

  • CGL ऑफिसर्स को महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA) और ट्रैवल अलाउंस मिलता है।
  • 5 साल में CGL ऑफिसर की सैलरी ₹70,000+ हो जाती है, MTS की सिर्फ ₹25,000

2. परीक्षा का स्तर: कौन सी है ज़्यादा कठिन?

  • SSC MTS: सिर्फ दो पेपर!
    • पेपर-I: सामान्य हिंदी/इंग्लिश + रीजनिंग (आसान सवाल, 10वीं लेवल)।
    • पेपर-II: सिर्फ क्वालिफाइंग टेस्ट (सिंपल मैथ्स)।
  • SSC CGL: चार टफ पेपर!
    • टियर-I: रीजनिंग, मैथ्स, जनरल अवेयरनेस।
    • टियर-II: एडवांस्ड मैथ्स, इंग्लिश, स्टैटिस्टिक्स/कॉमर्स (ग्रेजुएशन लेवल)।
    • कंप्यूटर टेस्ट + डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन।

CGL की तैयारी में कम से कम 1 साल लगता है, जबकि MTS 3-4 महीने में क्रैक की जा सकती है।

3. सिलेबस कम्पेरिजन: क्या पढ़ना होगा?

टॉपिकSSC MTS सिलेबसSSC CGL सिलेबस
गणितसाधारण गुणा-भाग, प्रतिशतएलजेब्रा, ट्रिगनोमेट्री, मेन्सुरेशन
रीजनिंगपजल, सीरीज, वेन डायग्रामलॉजिकल एनालिसिस, ब्लड रिलेशन
अंग्रेजीबेसिक ग्रामर, वोकैबुलरीकंप्रेहेंशन, एडवांस्ड ग्रामर
जनरल अवेयरनेसकरंट अफेयर्स, साइंस बेसिक्सइकोनॉमी, पॉलिटी, हिस्ट्री डीटेल

CGL का सिलेबस काफी डीप और विस्तृत होता है। MTS में सवाल सीधे और शॉर्ट होते हैं।

4. करियर ग्रोथ: 5 साल बाद कहाँ होगी आपकी पोजीशन?

  • SSC MTS:
    • प्रमोशन के बाद हेड पियून या असिस्टेंट बन सकते हैं।
    • सैलरी में थोड़ी बढ़ोतरी, लेकिन रिस्पेक्ट लिमिटेड।
  • SSC CGL:
    • असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर → इनकम टैक्स ऑफिसर → असिस्टेंट कमिश्नर जैसे उच्च पद।
    • गवर्नमेंट में ऊँचा दर्जा + पोस्टिंग बड़े शहरों में।

फ्रीक्वेंटली आस्क्ड क्वेश्चन्स (FAQs)

क्या SSC MTS और CGL दोनों परीक्षाएं एक साल में दी जा सकती हैं?

हाँ! दोनों एग्जाम के टाइम टेबल अलग-अलग होते हैं। MTS आमतौर पर जुलाई-अगस्त में और CGL जून और नवंबर में होती है। आप दोनों फॉर्म भर सकते हैं।

क्या MTS की नौकरी परमानेंट होती है?

जी हाँ! MTS भी परमानेंट गवर्नमेंट जॉब है। पेंशन, मेडिकल बेनिफिट्स और जॉब सिक्योरिटी मिलती है।

ग्रेजुएट होने पर MTS देना चाहिए या नहीं?

अगर आप ग्रेजुएट हैं तो CGL टार्गेट करें। MTS में सैलरी कम है और काम भी जूनियर लेवल का होता है। हाँ, अगर जल्दी जॉब चाहिए तो MTS बैकअप ऑप्शन हो सकता है।

कौन सी परीक्षा में कम्पटीशन कम है?

MTS में वैकेंसी ज़्यादा होने के बावजूद कम्पटीशन कम नहीं! हर पद के लिए 100-200 आवेदन आते हैं। CGL में कम्पटीशन रेशियो 1:500+ भी हो सकता है।

क्या SSC CHSL, CGL से बेहतर है?

नहीं! CHSL (10+2 लेवल) में केवल लोअर डिवीजन क्लर्क (LDC) या पोस्टल असिस्टेंट जैसे पद मिलते हैं। CGL, CHSL से हाईयर पोस्ट और सैलरी ऑफर करती है।


निष्कर्ष: किसे चुनें?

अगर आप ग्रेजुएट हैं और चैलेंज पसंद करते हैं, तो SSC CGL आपके लिए बेस्ट है। वैकेंसी कम मिलेगी, लेकिन जॉब प्रोफाइल शानदार होगी। वहीं, अगर आप जल्दी सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं और आपकी क्वालिफिकेशन 10वीं है, तो MTS पर फोकस करें।

याद रखें: CGL की तैयारी आपको लंबे समय में सुपरस्टार बना सकती है! अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो शेयर ज़रूर करें। पढ़ाई के टिप्स चाहिए? कमेंट में लिखें!

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